
नारी सुरक्षा संवाद समिति (NSSS)
एक स्वर सुरक्षा का, एक कदम न्याय की ओर
WCSF CharitySpirit Foundation द्वारा संचालित
🔷 प्रस्तावना
आज जब समाज प्रगति की ओर बढ़ रहा है, तब भी महिलाएं कई प्रकार की हिंसा, भेदभाव और असमानता का सामना कर रही हैं। झारखंड जैसे राज्य में, जहाँ एक ओर सांस्कृतिक विविधता है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में महिला हिंसा की घटनाएं चिंताजनक हैं।
इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए WCSF CharitySpirit Foundation ने “नारी सुरक्षा संवाद समिति (NSSS)” की परिकल्पना की है — जो एक सशक्त, संगठित और जन-सहभागिता पर आधारित मंच होगा। इसका उद्देश्य न केवल महिला हिंसा को रोकना है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर, जागरूक और सशक्त बनाना है।
🔷 उद्देश्य (Vision & Mission)
- महिला हिंसा के प्रति शून्य सहिष्णुता (Zero Tolerance Policy) का प्रचार-प्रसार।
- महिलाओं को अपने अधिकारों, सुरक्षा तंत्र और सहायता संसाधनों के प्रति जागरूक करना।
- स्थानीय से लेकर राज्य स्तर तक प्रभावी प्रतिक्रिया प्रणाली विकसित करना।
- समाज में लैंगिक समानता और महिला सम्मान की संस्कृति को स्थापित करना।
- महिलाओं को NSSS का सक्रिय सदस्य बनाकर नेतृत्व के अवसर देना।
🔷 समिति की बहुस्तरीय संरचना (Multi-Tier Structure)
राज्य स्तरीय समिति:
- राज्य समन्वयक
- नीति-निर्माण समिति
- विशेषज्ञ सलाहकार मंडल (कानून, मानसिक स्वास्थ्य, प्रशासन, शिक्षा क्षेत्र के प्रतिनिधि)
जिला स्तरीय समिति:
- जिला समन्वयक
- महिला काउंसलर
- जिला विधिक सेवा प्रतिनिधि
- महिला अधिकार विशेषज्ञ
- जिला पुलिस व प्रशासन के प्रतिनिधि
ग्राम / प्रखंड स्तरीय समिति:
- स्थानीय महिला स्वयंसेवक (Nodal Volunteer)
- महिला SHG प्रमुख
- पंचायत प्रतिनिधि
- आंगनबाड़ी/आशा कार्यकर्ता
- महिला अधिवक्ता
- स्कूली शिक्षिका/प्राचार्या
- स्थानीय प्रेस प्रतिनिधि
🔷 प्रमुख गतिविधियाँ (Key Activities)
1. व्यापक जन-जागरूकता अभियान
- गाँव, स्कूल, बाज़ार, हाट और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता शिविर
- नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता, शॉर्ट फिल्म्स
- सोशल मीडिया अभियान #MeriSurakshaMeraAdhikar
- स्थानीय रेडियो, WhatsApp ग्रुप, एवं YouTube चैनलों द्वारा सूचना का प्रसार
2. परामर्श केंद्र (Women’s Help & Support Cell)
- प्रत्येक जिला में महिला सहायता केंद्र की स्थापना
- टोल-फ्री हेल्पलाइन सेवा
- गुप्त परामर्श सुविधा (Confidential Counselling)
- ट्रॉमा थेरेपी और मनोवैज्ञानिक उपचार
3. कानूनी सहायता और प्रशिक्षण
- महिला अधिकारों पर कार्यशालाएँ
- “कानून जानो – अधिकार पहचानो” अभियान
- निःशुल्क वकील और कोर्ट प्रक्रिया सहयोग
- पुलिस एवं प्रशासनिक तंत्र से समन्वय
4. सामुदायिक सहभागिता और नेतृत्व विकास
- महिला नेतृत्व शिविर
- पंचायत स्तर पर महिला सुरक्षा चौपाल
- युवाओं के लिए जेंडर सेंसिटाइजेशन वर्कशॉप
- आत्मरक्षा (Self Defense) प्रशिक्षण शिविर
5. निगरानी और पुनःसशक्तिकरण
- रिपोर्टिंग तंत्र (Complaint & Monitoring System)
- हिंसा से उबर चुकी महिलाओं को NSSS में प्रशिक्षक/सदस्य बनाना
- ‘सशक्त सखी’ नेटवर्क – पुनर्वासित महिलाओं का नेतृत्व समूह
🔷 महिलाओं को कैसे जोड़ें? (Inspiring Women to Join NSSS)
✨ “हर महिला एक शक्ति है – जरूरत है उसे पहचानने, जगाने और आगे बढ़ाने की।”
- NSSS स्थानीय स्तर पर ‘महिला प्रतिनिधि’ की नियुक्ति करेगी जो घर-घर जाकर जुड़ाव बढ़ाएगी।
- NSSS की सदस्यता निःशुल्क और सहज होगी, और इसमें प्रशिक्षण के साथ सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे।
- महिलाओं को उनकी भूमिकाओं के अनुसार प्रशिक्षण, यात्रा भत्ता, और मान्यता-पत्र भी मिलेगा।
- प्रत्येक महिला को NSSS के अंतर्गत सम्मान, सुरक्षा और नेतृत्व के अवसर मिलेंगे।
- NSSS उन महिलाओं को मंच देगा जो समाज में बदलाव लाना चाहती हैं – उनके विचार, उनके अनुभवों को प्राथमिकता दी जाएगी।
🔷 अपेक्षित परिणाम (Impact & Outcomes)
- स्थानीय स्तर पर महिला हिंसा के मामलों में तीव्र और प्रभावी प्रतिक्रिया
- ग्रामीण महिलाओं में आत्मविश्वास और जागरूकता में वृद्धि
- कानूनी एवं मानसिक सहयोग की सुलभता
- समुदाय में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व में उल्लेखनीय बढ़ोतरी
- सरकारी योजनाओं एवं अधिकारों तक महिलाओं की पहुँच में सुधार
🔷 निष्कर्ष: एक जनांदोलन की ओर
“नारी सुरक्षा संवाद समिति” एक सरकारी या गैरसरकारी परियोजना मात्र नहीं, बल्कि यह महिलाओं के हक और सम्मान की एक सामूहिक पुकार है। यह समिति हर उस महिला की आवाज़ बनेगी जो चुप है, हर उस बहन की ढाल बनेगी जो संघर्ष कर रही है, और हर उस बेटी का मंच बनेगी जो नेतृत्व करना चाहती है।
🚫 महिला हिंसा के खिलाफ नारे:
“चुप्पी तोड़ो, हिंसा रोको!”
“महिलाओं पर वार, नहीं सहेगा यह समाज बार-बार!”
“हमारी चुप्पी, उनकी हिम्मत – अब बोलना ज़रूरी है!”
“महिलाओं की सुरक्षा, देश की प्राथमिकता!”
“नारी पर अत्याचार – नहीं सहेगा यह संसार!”
“हिंसा नहीं, सम्मान दो – नारी को उसका मान दो!”
“जहां नारी का अपमान, वहां नहीं कोई भगवान!”
“महिला को मत समझो कमजोर, यही है शक्ति का असली जोर!”
“हर बेटी सुरक्षित हो, तभी देश विकसित हो!”
“हिंसा की नहीं सहनी मार, अब नारी करेगी प्रहार!”